Monday, September 4, 2017

थोडा थक गया हूँ

थोडा थक गया हूँ,
दूर निकलना छोड दिया है।
पर ऐसा नही है,की मैंने
चलना छोड दिया है।।

     फासले अक्सर रिश्तों में,
     दूरी बढ़ा देते हैं।
     पर ऐसा नही है कि मैने अपनों
     से मिलना छोड दिया है।।

हाँ...ज़रा अकेला हूँ दुनिया
की भीड में।
पर ऐसा नही की मैने
अपनापन छोड दिया है।।

    याद करता हूँ अपनों की
    परवाह भी है मन में।
    बस कितना करता हूँ ये
    बताना छोड दिया।।
         

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