कौन कहता हे , सपने सच नहीं होते ,
एक बार सपना देख कर तो देखो,
कभी कुछ बड़ा सोच कर तो देखो ,
आसमां को हाथो में महसूस कर के तो देखो ,
तारो को जमीन पर लाना कोई बड़ी बात नहीं ,
चाँद से दोस्ती कर के तो देखो ,
हाथ खोलकर किस्मत की बातें न करो तुम ,
एक बार मुट्ठी बंद कर के तो देखो ,
माथे की लकीरे बदल जाएँगी ,
कभी दिल से कुछ छह कर तो देखो ,
रेगिस्तान में भी फुल खिला सकते हो ,
एक बार बिज बो कर तो देखो ,
अँधेरे में भी राह ढूंढ़ लोगे ,
रौशनी की आस रख कर तो देखो ,
सपने सारे सच हो जायेंगे ,
एक बार सपना देख कर तो देखो
एक बार सपना देख कर तो देखो,
कभी कुछ बड़ा सोच कर तो देखो ,
आसमां को हाथो में महसूस कर के तो देखो ,
तारो को जमीन पर लाना कोई बड़ी बात नहीं ,
चाँद से दोस्ती कर के तो देखो ,
हाथ खोलकर किस्मत की बातें न करो तुम ,
एक बार मुट्ठी बंद कर के तो देखो ,
माथे की लकीरे बदल जाएँगी ,
कभी दिल से कुछ छह कर तो देखो ,
रेगिस्तान में भी फुल खिला सकते हो ,
एक बार बिज बो कर तो देखो ,
अँधेरे में भी राह ढूंढ़ लोगे ,
रौशनी की आस रख कर तो देखो ,
सपने सारे सच हो जायेंगे ,
एक बार सपना देख कर तो देखो
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