ज़िंदगी अच्छी थी, मगर कहानी अधूरी रही,
हर खुशी के बाद बस, तन्हाई ज़रूरी रही।
किस्मत ने छीनी नहीं, बस धीरे से बदल दी,
जिस मकाँ की तलाश थी हमें, वो यादों में रही।
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